Tuesday, April 7, 2020

कोरोना करता है संधान

कोरोना करता है संधान ,


विश्व भर में फैला ये दैत्य ।


महाद्वीपों में विषाणु बिखेरे, 


उत्तर दक्षिण सभी दिशायें,


पूरब पश्चिम तक फैलाव ।


 


राष्ट्र और संस्कृतियां हों जख्मी,


भांति भांति व्याख्या ये करतीं ।


ये क्रूर मत्त , मन से कलुषित ,


करता छिप छिप कर प्रहार ।


 


भारत संकल्पों की धरती,


संस्कृतियों की शुद्धमना शैली ।


भारत ने  संकल्प लिए हैं ,


संयम से एकांतवास के ।


 


संयम है  हथियार हमारा,


विजयी होंगे कर इससे प्रहार।


 


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