Tuesday, May 12, 2020

समाज का हर एक व्यक्ति सिपाही है


लॉक डाउन ने समाज के हर एक वर्ग के लिए चुनौती भरा माहौल पैदा कर दिया है परंतु यह भी दृष्टिगत है कि काफी बड़ी संख्या में व्यक्ति सकारात्मक रूप से अपना योगदान दे रहे  है और आगे भी देने को तैयार है ! जहां जिम्मेदार संस्थाएं नई नई योजना बना रहे हैं जिससे जल्द से जल्द कोरोनावायरस का प्रकोप कम हो तो वही समाज के प्रत्येक वर्ग अपने तरीकों से अपना योगदान दे रहा है ! इसी कड़ी में कुछ संस्थाएं प्रयास कर रही हैं कि हम लॉक डाउन के समय विभिन्न वर्ग के लोगों को आशान्वित रख सकें!
 सावधान मूवमेंट जो लॉक डाउन के प्रथम दिन से अपने पूरे उत्साह और सकारात्मकता के साथ समाज के हर एक वर्ग में नकारात्मकता को दूर करने में लगा हुआ है और लगभग 200 व्यक्ति एवं संस्थाओं को आपस में जोड़ कर चल रहा है उनके मुख्य सदस्य डॉ सुधांशु राय ने आज इस मूवमेंट के सभी सदस्यों में ऊर्जा का संचार करते हुए कहा कि अभी लड़ाई खत्म नहीं हुई है कोरोना वायरस का प्रकोप अभी कम नहीं हुआ है हमें कुछ रचनात्मक पहल करनी पड़ेगी और एक सघन जागरूकता अभियान को चलाना पड़ेगा जिससे हम उन लोगों तक अपनी बात को पहुंचा सकें जो इस लॉक डाउन के निर्देशों को हल्के में ले रहे हैं ! उन्होंने सिविल डिफेंस के वार्डन के माध्यम से सघन जागरूकता अभियान चलाने पर जोर दिया जिसमें हम अपने रचनात्मक तरीकों का समावेश करा सकते हैं जैसे हल्के लाउडस्पीकर के माध्यम से प्रेरक संदेशों को सही व्यक्ति तक पहुंचाना!  अन्य मुख्य सदस्यों में डॉक्टर कामायनी शर्मा ने इस पहल पर अपना सकारात्मक रुख रखते हुए विचार दिया कि समाज का हर व्यक्ति सिपाही है और यही संदेश हमें हर व्यक्ति तक पहुंचाना है जिससे हम समाज का रुख बदल सकते हैं! भारत उत्थान न्यास के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुजीत कुंतल ने प्रेरक संदेशों पर एक कंपटीशन भी रखने को कहा जिससे हम ज्यादा से ज्यादा व्यक्तियों को अपने घर में ही क्रिएटिव कार्य पर लगा सकते हैं और उनके मुख्य संदेशों का प्रसारण कर लोगों को मोटिवेट कर सकते हैं ! बेसिक शिक्षा के डॉक्टर अनुराग पांडे ने फेसबुक के माध्यम से समाज के व्यक्तियों को जोड़ने की एक लंबी श्रृंखला बनाने पर जोर दिया जिससे व्यापक दायरा हो सकता है। डा. रचना पांडे ने कहा इस जन जागरूकता में महिलाओं का विशेष सहयोग लेते हुए उनके द्वारा स्लोगन पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन करें जिससे व्यक्तियों के अंदर कोरोनावायरस के प्रति गंभीरता आए। पंकज शर्मा ने कहा जब कभी भी आप बाहर निकले तो जितने लोग भी मिले उनसे कम से कम एक बार सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क का प्रयोग करने को अवश्य बोले !रुचि त्रिवेदी ने प्रेरक गीतों की श्रंखला बनाने पर जोर देते हुए कहा इससे हम मोटिवेशन के साथ-साथ उनको प्रसन्न भी रख सकते हैं जो आज समय की जरूरत है! 
 इस अवसर पर विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधि भावना श्रीवास्तव सुरभि द्विवेदी डॉ.दीप्ति राय ,मीना पांडे प्रीति पालीवाल, सोनम पांडे,अर्चना श्रीवास्तव, प्रभा पांडे ,राजीव सक्सेना ,दीपिका ,इत्यादि उपस्थित रहे।


No comments:

Post a Comment

Featured Post

सूर्य या चंद्र की खगोलीय घटना होने की संभावना

सुमित कुमार श्रीवास्तव  ( वैज्ञानिक अधिकारी) भारत वर्ष में उपच्छायी चंद्र ग्रहण दिनांक 5 मई 2023 को रात्रि में 8.45 से 1.02 बजे तक दिखाई दे...